पाकिस्तान में पुरातत्वविदों ने मोहनजोदड़ो में एक बौद्ध मंदिर के खंडहरों से दो हज़ार साल से अधिक पुराने तांबे के सिक्कों के साथ खंडहर के अवशेष बरामद किए हैं।
सिक्के और स्तूप के बारे में विशेषज्ञों का मानना है कि ये कुषाण साम्राज्य के समय का है, जो मुख्यता बौद्ध शासन का समय था।
इन्होने लगभग दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से तीसरी शताब्दी ईस्वी तक इस क्षेत्र पर शासन किया और सिकंदर महान द्वारा स्थापित ग्रीको-बैक्ट्रियन साम्राज्य पर विजय प्राप्त की।
2,000-year-old coin stash discovered at ancient Buddhist shrine in Pakistan https://t.co/u9tdnSUi8G
— Live Science (@LiveScience) November 29, 2023
यह मंदिर मोहनजोदड़ो के विशाल खंडहरों के बीच स्थित है, जो दक्षिण पूर्व पाकिस्तान का हिस्सा है। इसका इतिहास लगभग 2600 ईसा पूर्व का है और इसका संबंध प्राचीन सिंधु घाटी या हड़प्पा सभ्यता से है, जो दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक है।
पुरातत्वविद् शेख जावेद अली सिंधी ने लाइव साइंस को बताया कि यह स्तूप लगभग 1,600 साल पहले मोहनजोदड़ो के गिरने के बाद उसके उजाड़ खंडहरों के ऊपर बनाया गया था। शेख जावेद उस टीम का हिस्सा थे जिसने मोहनजोदड़ो में सिक्कों के भंडार की खोज की थी जब खंडहरों की एक दीवार ढह गई थी।
टीम का नेतृत्व सैयद शाकिर शाह ने किया जो मोहनजोदड़ो स्थल पर पुरातत्व निदेशक हैं। शेख जावेद अली ने आगे कहा कि अब सिक्कों को पुरातत्व प्रयोगशाला में सावधानीपूर्वक साफ किया जाएगा।