संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट कहती है कि मंगलवार को दुनिया की आबादी 8 अरब हो गई। वैश्विक जनसंख्या 2030 तक करीब 8.5 अरब, 2050 तक 9.7 अरब और 2100 तक 10.4 अरब तक पहुंच सकती है।
संयुक्त राष्ट्र की लेटेस्ट रिपोर्ट के मुताबिक़ मंगलवार को दुनिया की आबादी 8 अरब हो गई। रिपोर्ट से पता चलता है कि 2030 तक दुनिया की आबादी करीब 8.5 अरब तथा 2050 तक 9.7 अरब और 2100 तक 10.4 अरब तक पहुंच अनुमान है। साथ ही रिपोर्ट ये संकेत भी देती है कि भारत की आबादी 2023 तक चीन को पछाड़ देगी। इसके साथ उल्लेखनीय ये है कि जहां एक ओर जनसंख्या में इज़ाफ़ा हो रहा है वहीँ संसाधनों की कमी बढ़ती जा रही है।
भारत और चीन दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश हैं। रिपोर्ट यह भी कहती है कि भारत साल 2023 तक आबादी के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा।
विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर सोमवार को जारी वार्षिक विश्व जनसंख्या संभावना रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वैश्विक जनसंख्या 1950 के बाद से अपनी सबसे धीमी दर से बढ़ रही है, जो 2020 में एक प्रतिशत से भी कम हो गई थी। यूएन की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को दुनिया की आबादी 8 अरब हो गई है। इसमें सबसे ज्यादा योगदान एशियाई देशों भारत और चीन का है। भारत और चीन दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश हैं। रिपोर्ट यह भी कहती है कि भारत साल 2023 तक आबादी के मामले में चीन को पीछे छोड़ देगा।
संयुक्त राष्ट्र की ये रिपोर्ट खुलासा करती है कि साल 2010 में वैश्विक आबादी 7 अरब थी। मात्र 12 वर्षों में ये संख्या एक अरब बढ़ गई। हालांकि एक तथ्य ये भी सामने आया कि वैश्विक आबादी की रफ्तार बीते कुछ वर्षों में काफी धीमी रही है। अनुमान के मुताबिक़ इस आबादी को 9 अरब तक पहुंचने में 15 वर्ष और लग जाएंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक़ वर्ष 2050 तक वैश्विक जनसंख्या में अनुमानित वृद्धि के ज़िम्मेदार इन आठ देशों को बताया जा रहा है उनमे भारत सहित कांगो, मिस्र, इथियोपिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और तंजानिया के नाम शामिल हैं।
रिपोर्ट ये भी बताई है कि 2019 में औसत उम्र 72.8 वर्ष थी। 1990 के बाद से लगभग 9 वर्षों की औसत उम्र में वृद्धि दर्ज की गई है। मृत्यु दर में कमी के चलते 2050 में वैश्विक स्तर पर औसत उम्र लगभग 77.2 हो जाने की उम्मीद है।