डब्ल्यूएचओ ने नए वेरिएंट को ‘वेरिएंट ऑफ कन्सर्न’ श्रेणी में रखते हुए इसे ‘ओमिक्रॉन’ नाम दिया है। डब्ल्यूएचओ ने चिंता जताई है और स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों में इस पर खास नजर रखी जाएगी। वैज्ञानिक ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ये कितनी तेजी से एक से दूसरे लोगों में फैल रहा है।
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन वायरस एवोल्यूशन की नए वेरिएंट B.1.1.529. को लेकर बैठक हुई। बैठक के बाद टीम ने कहा कि डब्ल्यूएचओ को B.1.1.529. ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ घोषित करना चाहिए।
World Health Organization classifies B.1.1.529 as a variant of concern and names it 'Omicron' pic.twitter.com/fK6dp0922K
— ANI (@ANI) November 26, 2021
ये नया वेरिएंट 24 नवंबर को साउथ अफ्रीका में मिला था। वैज्ञानिकों के मुताबिक कोरोना का ये नया वेरिएंट तेजी से फैल सकता है। कोरोना के इस नए वेरिएंट को लेकर दुनिया भर में हड़कंप मच गया है। ब्रिटेन सहित कई देशों ने साउथ अफ्रीका से आने वाली फ्लाइट्स पर पाबंदियां लगा दी हैं।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ओमिक्रॉन के अध्ययन को पूरा करने में कई सप्ताह लग सकते हैं। वैज्ञानिक ये पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि ये कितनी तेजी से एक से दूसरे लोगों में फैल रहा है।