येरूशलम/नई दिल्ली. भारत इजरायल से डिफेंस मिसाइल सिस्टम लेगा. इंडियन नेवी अपने चार शिप के लिए इजरायल से मिसाइल और डिफेंस सिस्टम्स खरीद रही है। यह डील 63 करोड़ डॉलर (करीब 4000 करोड़ रुपए) में हुई है। बता दें कि पिछले महीने ही इजरायल और भारत के बीच 2 अरब डॉलर की डिफेंस डील हुई थी। (12000 करोड़) की डिफेंस डील हुई थी। इसी के तहत यह कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्री (IAI) ने रविवार को न्यूज एजेंसी को यह जानकारी दी है। पिछले हफ्ते किया था बराक 8 का कामयाब टेस्ट…
इजरायल की सर्फेस-टू-एयर लॉन्ग रेंज बराक 8 मिसाइल सिस्टम का एक भारतीय जहाज से पिछले हफ्ते कामयाब टेस्ट किया गया था। इसमें ट्रायल के दौरान एक खतरे का पता चला और एक इंटरसेप्टिव मिसाइल को लॉन्च करके टारगेट को खत्म कर किया गया था।
भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड (BEL) ने मेक इन इंडिया पॉलिसी के तहत IAI को पहली बार कॉन्ट्रैक्ट दिया है। BEL मेक इन इंडिया पॉलिसी प्रोजेक्ट की मेन कॉन्ट्रैक्टर है। इस डील का मकसद नरेंद्र मोदी के जुलाई में प्रस्तावित इजरायल दौरे से पहले दोनों देशों के बीच सामरिक रिश्तों को मजबूती देना है।
बराक-8 सिस्टम खास तकनीक MF-STAR (मल्टीफंक्शन सर्विलांस एंड थ्रेट अलर्ट रडार) से लैस है। इसका डाटा लिंक वेपन सिस्टम मैक्सिमम 100 किमी की रेंज तक दुश्मन की मौजूदगी भांपकर उसे 70 किमी के दायरे में तबाह कर देता है। जानकार मानते हैं कि यह सिस्टम भारत की हवाई सुरक्षा की खामियों को भरने में अहम किरदार निभाएगा।
इजरायल भारत के टॉप सप्लायर्स में से एक
इजरायल भारत के टॉप तीन डिफेंस सप्लायर्स में से एक है। बीते 10 साल में 10 बिलियन डॉलर की डील हासिल करने के अलावा इजरायल ने आखिर के दो सालों में हथियारों के सात कॉन्ट्रैक्ट भारत से हासिल किए हैं। इसके अलावा, कई दूसरी बड़ी डील्स भी होने को हैं। इनमें इजरायल में बने दो फॉल्कन AWACS (एयरबोर्न वॉर्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) भी शामिल हैं, जिन्हें रूस में बने IL-76 मिलिटरी एयरक्राफ्ट पर लगाया जाना है। इसके अलावा, 4 एरोस्टैट रडार और कुछ हमलावर ड्रोन्स भी खरीदे जाने हैं। भारत के पास इजरायल में बने 100 ड्रोन्स पहले से हैं।