चेन्नई : तमिलनाडु के गवर्नर सी विद्यासागर राव ने वीके शशिकला और ओ पन्नीरसेल्वम से गुरुवार को मुलाकात के बाद सेंट्रल और प्रेसिडेंट को रिपोर्ट भेज दी है। माना जा रहा है कि तमिलनाडु में चल रही सियासी लड़ाई का फैसला दिल्ली से होगा। Tamilnadu
इससे पहले शशिकला गुरुवार को पार्टी के 5 सीनियर लीडर्स के साथ गवर्नर से मिलीं और सरकार बनाने का दावा पेश किया। उन्होंने MLAs का सपोर्ट लेटर भी पेश किया।
उनके साथ 130 विधायक बताए जा रहे हैं। इससे पहले, पार्टी से बागी हुए एक्टिंग सीएम ओ. पन्नीरसेल्वम ने गवर्नर से मुलाकात की।
पन्नीरसेल्वम ने गवर्नर से कहा कि पार्टी ने उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने बाद में मीडिया को बताया कि गवर्नर ने इंसाफ का भरोसा दिया है।
गवर्नर विद्यासागर राव से मुलाकात से पहले शशिकला मरीना बीच गईं और उन्होंने जयललिता मेमोरियल पर फूल चढ़ाए और प्रार्थना की।
शशिकला ने जयललिता मेमोरियल पर एक सीलबंद लिफाफा भी रखा। माना जा रहा है कि ये विधायकों के सपोर्ट लेटर थे।
इसके बाद शशिकला गवर्नर से मिलने पहुंचीं। AIADMK के मुताबिक इस मुलाकात में उन्होंने 129 विधायकों के सपोर्ट की बात कहते हुए सरकार बनाने का दावा पेश किया
गवर्नर से मुलाकात के बाद अपने घर पर ओ पन्नीरसेल्वम ने मीडिया से कहा कि धर्म की जीत होगी। उन्होंने कहा, “मैंने गवर्नर को राज्य के मौजूद हालात के बारे में जानकारी दी।
आने वाले वक्त में अच्छी चीजें होंगी।” मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पन्नीरसेल्वम ने गवर्नर से कहा कि उन्हें इस्तीफा देने के मजबूर किया गया। उन पर दबाव था और उन्हें डराया जा रहा था। पन्नीरसेल्वम ने शशिकला के बहुमत को भी बनावटी बताया।
इससे पहले पन्नीरसेल्वम ने मीडिया से कहा कि शशिकला झूठ बोलती हैं कि उन्होंने कभी अम्मा (जयललिता) से गद्दारी नहीं की।
उन्होंने कहा, “शशिकला सीएम की कुर्सी हथियाने के लिए ओछे तरीके अपना रही हैं। अगर वे अपनी कोशिशों में कामयाब हो जाती हैं तो यह डेमोक्रेसी पर बड़ा धब्बा होगा।”
बुधवार को 134 में से 130 विधायक पार्टी महासचिव शशिकला की मीटिंग में पहुंचे। पाला बदलने से रोकने के लिए सभी को तीन बसों में एक होटल भेज दिया।
दूसरी तरफ, पन्नीरसेल्वम ने भी 50 विधायकों के समर्थन का दावा किया। गुरुवार को ही मद्रास हाईकोर्ट ने AIADMK MLAs को बंधक बनाकर रखे जाने का आरोप लगाती पिटीशन पर अर्जेंट सुनवाई से इनकार कर दिया। तमिलनाडु सरकार ने हाईकोर्ट को बताया कि विधायक हॉस्टल में ही हैं और उन्हें कहीं भी आने-जाने की आजादी है।