नई दिल्ली। संसदके शीतकालीन सत्र में शुक्रवार को भी दोनों सदनों में गतिरोध जारी रहा। सत्र के शुरू होते ही नोटबंदी का मुद्दा उठा जो कि अगस्ता डील और केन्द्रीय मंत्री किरण रिजिजू पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर आकर अटक गया। parliament
लोकसभा में कार्यवाही शुरू होने के हंगामा शुरू हो गया। लोकसभा में संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने इससे पहले आरोप लगाया था कि हम सदन चलाना चाहते हैं चलाना चाहते थे लेकिन विपक्ष बहस से भाग रहा है। हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित हो गई। उधर, राज्यसभा में भी भाजपा सदस्यों ने अगस्ता मामला उठाया।
गौरतलब है कि एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर डील के लिए भारत के सबसे रसूखदार सियासी परिवारों में से एक परिवार को 1.6 करोड़ यूरो (115 करोड़ रुपए) की घूस दी गई थी। ये खुलासा सौदे के प्रमुख बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल के सीक्रेट नोट्स से हुआ है। अगस्ता डील यूपीए सरकार के कार्यकाल में हुई थी।
संसद नहीं चलने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी नाराजगी जता चुके हैं ।हंगामे से दुखी आडवाणी ने कहा, “सोचता हूं संसद से इस्तीफा दे दूं।’ यह बात तृणमूल कांग्रेस के सांसद इद्रीस अली ने बताई। अली ने बताया, “आडवाणी ने मुझसे कहा- अटल जी आज संसद में होते तो बहुत दुखी होते।’ अली के मुताबिक आडवाणी ने इस हंगामे को संसद की हार बताते हुए स्पीकर से बात करके शुक्रवार को चर्चा करवाने पर जोर दिया था।
अली ने बताया कि सेहत के बारे में पूछने पर आडवाणी ने कहा, “मेरी सेहत तो ठीक है, लेकिन संसद की सेहत सही नहीं चल रही है।’ लोकसभा स्थगित होने के बाद भी व्यथित आडवाणी सदन में बैठे रहे। उन्होंने स्मृति ईरानी और राजनाथ सिंह से भी कहा कि कम से कम आखिरी दिन तो संसद चलाने की कोशिश हो। पिछले हफ्ते भी आडवाणी ने संसद ठप होने पर नाराजगी जताई थी। शुक्रवार को ही शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन है।
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