नई दिल्ली। लगातार 18 महीने बाद निर्यात में गिरावट का सिलसिला थम गया है। निर्यात में 1.27 फीसदी की मामूली वृद्धि दर्ज की गई है। इस अवधि में 22.57 अरब डॉलर का निर्यात हुआ, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 22.29 अरब डॉलर था। वहीं, जून में देश के आयात में 7.33 फीसदी की कमी दर्ज की गई है। कुल 30.69 अरब डॉलर का आयात हुआ, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 33.12 अरब डॉलर था।
वहीं, सोने के आयात में 38.54 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जो राहत की खबर है। चांदी के आयात में भी 27 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। चांदी का आयात 342 मिलियन डॉलर से घटकर 250 मिलियन डॉलर रह गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में डेढ़ साल के इंतजार के बाद भारतीय उत्पादों की मांग बढ़ी है।
वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी विदेश व्यापार के आंकड़ों के मुताबिक, गैर पेट्रोलियम पदार्थों का निर्यात तीन फीसदी से भी ज्यादा बढ़ा जिससे पूरे निर्यात को बल मिला। निर्यात बढऩे से निर्माण कार्यों को बढ़ावा मिलेगा। इससे औद्योगिक रफ्तार को बल मिलेगा।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन (फियो) का मानना है निर्यात में सुधार होने से निर्यातकों के लिए फायदेमंद साबित होगा। हालांकि, फियो प्रमुख एस सी रल्हन का मानना है कि कुछ क्षेत्रों में चिंता बनी हुई है। रल्हन का मानना है कि सोने की कीमतों में तेजी और कपड़ा उद्योग के लिए नए पैकेज के ऐलान से आने वाले दिनों में अच्छे नतीजे देखने को मिल सकते हैं।