जापानी सरकार ने राजधानी के बाहर रहने के लिए टोक्यो नागरिकों को प्रति बच्चा 1 मिलियन येन यानी 6लाख 33 हज़ार भारतीय मुद्रा की पेशकश की है। इस साल अप्रैल में योजना की राशि 3 लाख येन से बढ़ाकर 10 लाख येन की जाएगी।
अंतर्राष्ट्रीत्य मीडिया के मुताबिक टोक्यो से आबादी का बोझ कम करने और जापान के निर्जन शहरों और कस्बों को आबाद करने के लिए यह प्रोत्साहन दिया जा रहा है।
प्रोजेक्ट की शुरुआत 3 साल पहले हुई थी। तब सिर्फ 71 परिवार टोक्यो छोड़ने को राजी हुए। सरकार का अनुमान है कि 2027 तक 10,000 लोग टोक्यो से ग्रामीण इलाकों में चले जाएंगे।
इस साल अप्रैल में योजना की राशि 3 लाख येन से बढ़ाकर 10 लाख येन की जाएगी। नीति निर्माता लोगों को छोटे शहरों में रहने के लिए प्रोत्साहित करना चाहते हैं, जहां युवा लोग टोक्यो, ओसाका और अन्य बड़े शहरों में रहने को प्राथमिकता देते हैं।
घोषित राशि टोक्यो के 23 नामित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को दी जाएगी जो दूसरे शहर में जाने का इरादा करेंगे। नागरिकों को दूसरे शहर में 5 साल बिताने होंगे। इसके साथ ही घर के एक सदस्य को एक नया व्यवसाय शुरू करना होगा या मौजूदा नौकरी जारी रखनी होगी।
5 साल से पहले टोक्यो लौटने वाले नागरिकों को दिया गया ये सरकारी पैसा वापस करना होगा। केंद्र सरकार परियोजना की लागत का आधा भुगतान करेगी जबकि अन्य आधा नगर पालिकाओं द्वारा भुगतान किया जाएगा।
प्रोजेक्ट की शुरुआत 3 साल पहले हुई थी। उस समय 2019 में सिर्फ 71 परिवार टोक्यो छोड़ने को राजी हुए। वर्ष 2020 में 290 परिवारों ने राजधानी छोड़ी जबकि 2021 में यह संख्या 1 हजार 184 थी। सरकार का अनुमान है कि 2027 तक 10,000 लोग टोक्यो से ग्रामीण इलाकों में चले जाएंगे।