कोलकाता। सिंगुर स्थित टाटा परियोजना क्षेत्र सांपों का बसेरा बन गया है। वहां तैनात पुलिस कर्मी विषैले सापों के आतंक से आतंकित हैं। वे रात को पहरा देने से कतरा रहे हैं। पुलिस कर्मियों का भय दूर करने के लिए वन विभाग के कर्मी सांप पकडऩे में जुट गए हैं। सिंगुर की जमीन का सफाई कार्य शुरू होते ही कोबरा सहित विभिन्न तरह के विषैले सांप निकलने लगे हैं। पुलिस कर्मियों में आतंक का माहौल है।
सिर्फ पुलिस कर्मी ही नहीं, दिन में जंगल साफ करने वाले, जमीन की पहचान, सैटेलाइट मैपिंग कर रहे कर्मी और अधिकारियों में भी खौफ है। लोगों के अनुसार अब तक कई पुलिस कर्मियों और प्राइवेट सुरक्षा कर्मियों को सांप ने डंस लिया है। हालांकि अधिकृति तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है। शिकायत मिलने पर जिला प्रशासन ने सांप पकडऩे के लिए वन विभाग के कर्मियों को तैनात किया है। वन विभाग के कर्मी प्लास्टिक के जार और स्नेक कैचर ले कर शनिवार से सांप पकड़ रहे हैं। घनी झाडिय़ों को साफ करने के लिए उनमें छिपे सांपों को देखने के लिए ड्रोन का सहारा लिया जा रहा है। झाडिय़ों में कारबोलिक एसिड और सांप भगाने वाली अन्य दवाइयों का छिड़काव किए जाने के साथ ही पेशेवर सपेरो और सांप पकडऩे वाले विशेषज्ञों की भी सेवा ली जा रही है। ऐहतियात के तौर पर सिंगुर में प्राथमिक चिकित्सा के लिए एंटीवेनस रखा गया है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सिंगुर से पकड़े गए जख्मी सांपों को रेस्क्यू सेन्टर में रखा जा रहा है। बाद में ठीक होने पर उन्हें जंगल में छोड़ दिया जाएगा