नई दिल्ली। इंटरपोल के भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने की संभावना है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय एजेंसी दो अरब डॉलर के घोटाले की जांच कर रही सीबीआई द्वारा उपलब्ध कराए गए दस्तावेजों से संतुष्ट है।
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने इंटरपोल को जो दस्तावेज उपलब्ध कराए हैं उनमें मुंबई की एक विशेष अदालत द्वारा जारी गैरजमानती वारंट और इस मामले में दायर आरोप पत्रों की जानकारी सहित अन्य शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग एजेंसी दस्तावेजों से संतुष्ट है और अब वह सीबीआई के आग्रह को आगे बढ़ाने वाली है।
सूत्रों ने कहा कि प्रक्रिया अंतिम चरण में है और रेड कार्नर नोटिस आज या अगले सप्ताह की शुरुआत में जारी हो सकता है, बशर्ते अंतिम समय में कोई स्पष्टीकरण नहीं मांगा जाए, हालांकि इसकी संभावना बहुत कम हैं।
सरकार में मौजूद सूत्रों ने कहा कि नीरव मोदी के कई पासपोर्ट के मुद्दे पर चर्चा के लिए विदेश मंत्रालय, सीबीआई और अन्य जांच एजेंसियों की बैठक में यह फैसला लिया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि सीबीआई ने 15 फरवरी को इंटरपोल के जरिए जारी ‘डिफ्यूशन नोटिस’ के माध्यम से नीरव मोदी के आवागमन का पता करने का प्रयास किया लेकिन उसे सीमित जानकारी ही मिल पाई।
क्योंकि केवल ब्रिटेन ने सीबीआई के आग्रह पर जानकारी दी।उल्लेख है कि सीबीआई ने इन 6 देशों यूएस, यूके, बेल्जियम, फ्रांस, सिंगापुर और यूएई को 25 अप्रेल से 28 मई तक कई बार पत्र भेजे हैं।
इसमें बताया गया है कि नीरव मोदी रद्द पासपोर्ट के साथ यात्राएं कर रहा है। केवल यूके ने भारत के डिफ्यूजन नोटिस का जवाब दिया है। नीरव पर आरोप है कि उसके पास 6 पासपोर्ट हैं।