मुंबई। केंद्र सरकार ने शनिवार को भीमा कोरेगांव हिंसा मामले की जांच अब एनआईए (NIA) को सौंप दी। केंद्र के फैसले की निंदा करते हुए कांग्रेस और NCP ने आरोप लगाया कि अचानक उठाया गया यह कदम भाजपा की साजिश की पुष्टि करता है।
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रवक्ता सचिव सावंत ने ट्वीट किया, ‘महाराष्ट्र विकास आघाड़ी सरकार द्वारा पुणे पुलिस की जांच की पुन: जांच कराने की प्रक्रिया शुरू किए जाने के बाद भीमा कोरेगांव दंगा मामले को अचानक एनआईए द्वारा अपने हाथ में लेना भाजपा की साजिश की पुष्टि करता है। एनआईए को इस मामले की जांच हाथ में लेने के लिए दो साल का वक्त क्यों लगा? कड़ी निंदा।’
The day NCP leader @PawarSpeaks calls for an SIT probe by Maharashtra Govt into Bhima Koregaon violence, NIA steps in and takes over case. More centre state conflict expected, this time over a police invgn! Who runs law and order? Centre or states? https://t.co/3gZsCmMFxF
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) January 24, 2020
उन्होंने कहा, ‘एनआईए को यह मालूम चलने में दो साल क्यों लगे कि यह मामला उसके अधिकारक्षेत्र के लिए उपयुक्त है। इस फैसले की कड़ी निंदा करता हूं।’
राकांपा प्रवक्ता एवं राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि यह राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती सरकार के गलत कारनामों को छिपाने के लिए केंद्र का प्रयास है।