बेंगलुरु। कर्नाटक में गठबंधन टूटने की बात जोर से चल रही थी। इस विषय पर आज पटाक्षेप हो गया है। इस बारे में कर्नाटक के कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने बताया कि दोनों ही दलों के विचारों में कोई मतभेद नहीं है।
कांग्रेस ने जद (एस) को बिना शर्त समर्थन दिया है और हम पांच वर्षों तक इसे कायम रखेंगे। उन्होंने राज्य की कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन सरकार के क्रियाकलापों के विरुद्ध पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारामैया की टिप्पणियों पर एतराज जताया है ।
डॉ. परमेश्वर ने यहां पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस के मंत्रियों के साथ बैठक के बाद में कहा है कि मैंने पार्टी नेताओं और मंत्रियों को भी सिद्दारामैया के बयानों के गलत अर्थ निकालने अथवा मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी की अगुवाई वाले गठबंधन सरकार के खिलाफ कोई बयान जारी नहीं करने को लेकर चेतावनी दी है।
दोनों ही दलों के विचारों में कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने जद (एस) को बिना शर्त समर्थन दिया है और हम पांच वर्षों तक इसे कायम रखेंगे। दक्षिण कन्नड जिले में धर्मस्थल स्थित एक प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में ठहरे सिद्दारामैया के उस बयान से बखेड़ा हो गया।
इसमें उन्होंने कहा कि कुमारस्वामी को नया बजट पेश करने के बजाय पूर्ववर्ती सरकार में उनके द्वारा प्रस्तुत बजट का क्रियान्वयन करना चाहिए। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद गठबंधन सरकार के लगातार बने रहने पर भी कथित रूप से आशंका जताई थी।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस समिति राज्य की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं तथा अगर जरूरत पड़ी तो वह हस्तक्षेप करेगी। भ्रम की स्थिति उत्पन्न करने के प्रयास में लगे नेताओं के खिलाफ समुचित कार्रवाई करेगी।
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उन्होंने कहा है कि सिद्दारामैया विधान परिषद सदस्य हैं और समन्वय समिति के अध्यक्ष भी हैं। उनके बयान काफी मायने रखते हैं। वह एक जिम्मेदार नेता हैं, इसलिए उन्हें गठबंधन सरकार पर आक्षेप करने से बचना चाहिए।
मंत्रियों के साथ बैठक के संदर्भ में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बैठक का मुख्य एजेंडा अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारियों को लेकर चर्चा करना था।