यमुना नदी सोमवार को तीसरे दिन भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण नदी के जल स्तर में वृद्धि को देखते हुए लोहा पुल को वाहनों के यातायात के लिए रविवार को बंद कर दिया गया था। इसी बीच सोमवार दोपहर एक बजे तक हथिनीकुंड बैराज से 31,342 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली रेलवे पुल पर पानी का स्तर 205.7 और पल्ला बैराज पर 211.42 मीटर है। उन्होंने बताया कि खतरे का निशान 204.83 मीटर पर है। शनिवार को नदी का जल स्तर 205.30 पर पहुंच गया था। इसके बाद अधिकारियों ने नदी के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालने के लिए अभियान चलाया था।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को अक्षरधाम और पांडव नगर सहित शहर के निचले इलाकों से लोगों को निकालने के लिए चल रहे अभियान का जायजा लिया। उन्होंने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील भी की। इससे पहले खबर आई थी कि शहर के कई घर पानी में डूब गये हैं और उनमें रहने वाले लोग सड़कों पर रह रहे हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत को उचित प्रबंध करने का निर्देश दिया। केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि मंत्रालय प्रभारी कैलाश गहलोत को सभी अधिकारियों के साथ व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिए गए हैं।
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केजरीवाल ने ट्वीट में एक न्यूज रिपोर्ट भी संलग्न की जिसमें लोगों की दिल्ली सरकार से किसी तरह के इंतजाम न करने की शिकायत का जिक्र था। वहीं, गहलोत ने केजरीवाल के ट्वीट का जवाब दिया, ‘सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए सुबह 9.30 बजे विभागीय आयुक्त और अन्य अधिकारियों के साथ इस क्षेत्र का दौरा करूंगा।’अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए राष्ट्रीय राजधानी की सरकार ने रविवार बाढ़ नियंत्रण कक्ष और 24 घंटे काम करने वाले आपातकालीन संचालन केंद्र की स्थापना की।