नई दिल्ली। 9 साल पहले वायुसेना प्रमुख रहे एसपी त्यागी को सीबीआई ने शुक्रवार शाम गिरफ्तार कर लिया। मामला 3600 करोड़ रुपए के अगस्ता वेस्टलेंड सौदे में 450 करोड़ रुपए की घूसखोरी से जुड़ा है। यूपीए-2 के कार्यकाल में फरवरी, 2010 में ब्रिटेन की कंपनी अगस्ता वेस्टलेंड से 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीदने का सौदा हुआ था। यह पहला मौका है जब कोई भी पूर्व सेना प्रमुख भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार हुआ है। former air chief
71 साल के त्यागी साल 2007 में रिटायर हुए थे। सीबीआई ने शुक्रवार को त्यागी के साथ उनके चचेरे भाई संजीव उर्फ जूली त्यागी और चंडीगढ़ के वकील गौतम खेतान को पूछताछ के लिए बुलाया था। चार घंटे तक पूछताछ के बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। यह अगस्ता घोटाले में पहली गिरफ्तारियां हैं।
घोटाला उजागर होने के बाद साल 2013 में सीबीआई ने त्यागी सहित 18 अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। सीबीआईका दावा है कि त्यागी के साथ कुछ और लोग भी इस आपराधिक साजिश में शामिल थे।
आरोप है कि त्यागी ने रिश्तेदारों और वकीलों के जरिये घूस ली। सीबीआई जांच में यह खुलासा हुआ है। सीबीआई के अनुसार वकील खेतान ने कबूला कि उन्होंने यूरोप के बिचौलिए ग्यूडो हैश्क और कार्लो गेरोसा से पैसे लिए। हालांकि, उसने कहा कि यह पैसे घूस के तौर पर नहीं थे।
सीबीआई की पूछताछ में त्यागी ने स्वीकार किया कि सौदे की बातचीत के दौरान ही उन्होंने कंपनी के अफसरों से मुलाकात की थी। सीबीआई ने त्यागी से दलालों से कथित रिश्तों, उनके इटली दौरों, हेलिकॉप्टर के लिए शर्तों में तब्दीली और उनके चचेरे भाई से रिश्तों को लेकर कई सवाल किए थे।
घोटाले की जानकारी इटली में सार्वजनिक हुईं। वहां सरकारी वकीलों ने अगस्ता की मुख्य कंपनी फिनमेक्कैनिका के चीफ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। इस साल सात अप्रैल को इटली की कोर्ट ने इस डील में घूस देने के आरोप में फिनमेक्कैनिका के दो अधिकारयों को दोषी ठहराया था। घोटाला सामने अाने पर केंद्र सरकार ने 2014 में सौदा रद्द कर दिया था। जांच में करार के लिए करीब 450 करोड़ की घूस का खुलासा हुआ।
त्यागीका एक फैसला संदेह का कारण बना। खरीदे जाने वाले 12 में से 8 हेलीकॉप्टर ज्यादा ऊंचे नहीं उड़ सकते थे। आरोप है कि सौदा पूरा कराने के लिए त्यागी ने साल 2005 में खरीद की शर्तों में बदलाव किया। अधिकतम उड़ान की ऊंचाई 6000 से घटाकर 4500 मीटर करवा दी। इससे अगस्ता वेस्टलेंड भी दौड़ में शामिल हो गई। हालांकि, त्यागी का कहना था कि यह फैसला उनका अकेले का नहीं बल्कि सामूहिक था। त्यागी का चचेरा भाई और एक वकील भी गिरफ्तार किया गया है।