वाराणसी। यहां एक 12 साल की नाबालिक इच्छा मृत्यु का लेटर लेकर डीआईजी से मिलने पहुंची। इच्छा मृत्यु की बात सामने आते ही डीआईजी ने राजपत्रि अधिकारी से मामले की जांच को सौप दिया है। उसका लेटर शोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। मासूम बच्ची ने लेटर में लिखा, पुलिस अंकल मामा ने मम्मी को कहीं गायब कर दिया है। पापा ओमप्रकाश पांडेय भी 10 महीनों से जेल में है। हम तीन भाई-बहनों का कोई सहारा नहीं है। euthanasia
– मामला वाराणसी के चंदौली का है। यहां की रहने वाली 12 साल की ऋतू (काल्पनिक नाम) ने डीआईजी को लेटर लिख इच्छा मृत्यु की मांग की है।
– उसका कहना है, मेरे मामा चंद्रशेखर तिवारी 14 नवम्बर 2015 को घर से मेरी मम्मी को ले जाकर गायब कर दिए। पापा ओमप्रकाश को दहेज उत्पीडन में फंसाकर जेल करवा दिया है। हम दो बहने और एक भाई है, मैं सबसे बड़ी हूं।
– मामा हम लोगों को अक्सर घर आकर फुसलाते थे, चलो तुम्हे ले चलू। नाना की तबियत खराब होने की बात कहकर मामा के साथ मां गई तो आज तक नहीं आई।
– उसने बताया, मामा एक ऑटो चालक है। हमारी दादी छोटा-मोटा काम और खेती से जो कुछ पैसा आता है उससे गुजारा मुश्किल से चलता है। पैसे के वजह से हमारी पढ़ाई भी छूट चुकी है।
– मैंने पुलिस से जब कहा मम्मी को मामा लेकर गए है तो पिता को क्यों 10 महीने से जेल भेजा गया है। पापा गांव में खेती करते थे। उनके परिचितों के जरिए ही आईजी के पास आई हूं।
– डीआईजी विजय भूषण ने कहा कि बच्ची नाबालिक है। मामले की जांच कराई जाएगी।