अगर कम पैसों में बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो पेपर बैग मेकिंग बिजनेस आपके लिए रोजगार का बेहतर विकल्प हो सकता है. आइए आपको बताते हैं कि इस बिजनेस को आप कैसे शुरू कर सकते हैं और इससे आपको कितनी कमाई होगी.
पर्यावरण के बढ़ते खतरे को देखते हुए पॉलीथिन को बड़ा खतरा माना जाने लगा है. हाल ही में दिल्ली, महाराष्ट्र समेत कई राज्य सरकारों ने पॉलीथिन पर पूरी तरह से बैन कर दिया है. इसके चलते डिजाइनर पेपर बैग या पेपर कैरी बैक (Paper carry bags) की डिमांड मार्केट में तेजी के साथ बढ़ी है. पेपर बैग पर्यावरण के लिए पूरी तरह सुरक्षित हैं. अगर कम पैसों में बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो पेपर बैग मेकिंग बिजनेस आपके लिए रोजगार का बेहतर विकल्प हो सकता है.
आइए आपको बताते हैं कि इस बिजनेस को आप कैसे शुरू कर सकते हैं और इससे आपको कितनी कमाई होगी. पर्यावरण के बढ़ते खतरे को देखते हुए पॉलीथिन को बड़ा खतरा माना जाने लगा है. हाल ही में दिल्ली, महाराष्ट्र समेत कई राज्य सरकारों ने पॉलीथिन पर पूरी तरह से बैन कर दिया है. इसके चलते डिजाइनर पेपर बैग या पेपर कैरी बैक (Paper carry bags) की डिमांड मार्केट में तेजी के साथ बढ़ी है.
पेपर बैग पर्यावरण के लिए पूरी तरह सुरक्षित हैं. अगर कम पैसों में बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो पेपर बैग मेकिंग बिजनेस आपके लिए रोजगार का बेहतर विकल्प हो सकता है. आइए आपको बताते हैं कि इस बिजनेस को आप कैसे शुरू कर सकते हैं और इससे आपको कितनी कमाई होगी.
पर्यावरण के बढ़ते खतरे को देखते हुए पॉलीथिन को बड़ा खतरा माना जाने लगा है. हाल ही में दिल्ली, महाराष्ट्र समेत कई राज्य सरकारों ने पॉलीथिन पर पूरी तरह से बैन कर दिया है. इसके चलते डिजाइनर पेपर बैग या पेपर कैरी बैक (Paper carry bags) की डिमांड मार्केट में तेजी के साथ बढ़ी है. पेपर बैग पर्यावरण के लिए पूरी तरह सुरक्षित हैं. अगर कम पैसों में बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो पेपर बैग मेकिंग बिजनेस आपके लिए रोजगार का बेहतर विकल्प हो सकता है. आइए आपको बताते हैं कि इस बिजनेस को आप कैसे शुरू कर सकते हैं और इससे आपको कितनी कमाई होगी.
आजकल पेपर बैग का इस्तेमाल लगभग हर जगह हो रहा है, चाहे वो गारमेंट शॉप, बैकरी, शू और चप्पल शॉप, ग्रोसरी शॉप, बुक शॉप, स्वीट शॉप या फिर कोई और हो. अब कस्टमर्स भी पेपर बैग की ही डिमांड करते हैं. ऐसे समय में यदि आप पेपर बैग बनाने की यूनिट लगाते हैं तो यह फायदे का बिजनेस साबित हो सकता है.
आजकल पेपर बैग का इस्तेमाल लगभग हर जगह हो रहा है, चाहे वो गारमेंट शॉप, बैकरी, शू और चप्पल शॉप, ग्रोसरी शॉप, बुक शॉप, स्वीट शॉप या फिर कोई और हो. अब कस्टमर्स भी पेपर बैग की ही डिमांड करते हैं. ऐसे समय में यदि आप पेपर बैग बनाने की यूनिट लगाते हैं तो यह फायदे का बिजनेस साबित हो सकता है.
आजकल पेपर बैग का इस्तेमाल लगभग हर जगह हो रहा है, चाहे वो गारमेंट शॉप, बैकरी, शू और चप्पल शॉप, ग्रोसरी शॉप, बुक शॉप, स्वीट शॉप या फिर कोई और हो. अब कस्टमर्स भी पेपर बैग की ही डिमांड करते हैं. ऐसे समय में यदि आप पेपर बैग बनाने की यूनिट लगाते हैं तो यह फायदे का बिजनेस साबित हो सकता है.
सरकार देगी 1 करोड़ का लोन: अगर आप पेपर बैग बनाने की यूनिट लगाना चाहते हैं तो सरकार आपको एक करोड़ रुपए तक का लोन दे सकती है. यह लोन आपको उद्यमी मित्र नाम की सरकारी योजना के तहत मिलता है. आगे जानिए इस बिजनेस की अन्य बारीकियों के बारे में- सरकार देगी 1 करोड़ का लोन: अगर आप पेपर बैग बनाने की यूनिट लगाना चाहते हैं तो सरकार आपको एक करोड़ रुपए तक का लोन दे सकती है. यह लोन आपको उद्यमी मित्र नाम की सरकारी योजना के तहत मिलता है. आगे जानिए इस बिजनेस की अन्य बारीकियों के बारे में-
ट्रेनिंग के लिए भी सपोर्ट करेगी सरकार: पेपर पैकेजिंग प्रोडक्ट्स के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैकेजिंग मुंबई और उनकी ब्रांच की ओर से ट्रेनिंग दी जाती है. इसी तरह की ट्रेनिंग नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद और उसकी ब्रांच द्वारा बैग और पाउच के डिजाइन के लिए दी जाती है. इसके अलावा आप उद्यमी मित्र की वेबसाइट www.udyamimitra.in पर हैंड होल्डिंग सर्विसेज, मेंटरिंग आदि के बारे में पूरी जानकारी ले सकते हैं.
ट्रेनिंग के लिए भी सपोर्ट करेगी सरकार: पेपर पैकेजिंग प्रोडक्ट्स के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैकेजिंग मुंबई और उनकी ब्रांच की ओर से ट्रेनिंग दी जाती है. इसी तरह की ट्रेनिंग नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद और उसकी ब्रांच द्वारा बैग और पाउच के डिजाइन के लिए दी जाती है. इसके अलावा आप उद्यमी मित्र की वेबसाइट www.udyamimitra.in पर हैंड होल्डिंग सर्विसेज, मेंटरिंग आदि के बारे में पूरी जानकारी ले सकते हैं.
ट्रेनिंग के लिए भी सपोर्ट करेगी सरकार: पेपर पैकेजिंग प्रोडक्ट्स के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैकेजिंग मुंबई और उनकी ब्रांच की ओर से ट्रेनिंग दी जाती है. इसी तरह की ट्रेनिंग नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन अहमदाबाद और उसकी ब्रांच द्वारा बैग और पाउच के डिजाइन के लिए दी जाती है. इसके अलावा आप उद्यमी मित्र की वेबसाइट www.udyamimitra.in पर हैंड होल्डिंग सर्विसेज, मेंटरिंग आदि के बारे में पूरी जानकारी ले सकते हैं.
कितने में शुरू होगी यूनिट: केंद्र सरकार की उद्यमी मित्र योजना के तहत, अगर आप अपनी यूनिट लगाने के लिए लैंड और बिल्डिंग परचेज करते हैं तो आपको लगभग 32 लाख रुपए इस पर खर्च करने होंगे.
हालांकि आप किराये की बिल्डिंग में भी यह यूनिट लगा सकते हैं. कितने में शुरू होगी यूनिट: केंद्र सरकार की उद्यमी मित्र योजना के तहत, अगर आप अपनी यूनिट लगाने के लिए लैंड और बिल्डिंग परचेज करते हैं तो आपको लगभग 32 लाख रुपए इस पर खर्च करने होंगे. हालांकि आप किराये की बिल्डिंग में भी यह यूनिट लगा सकते हैं.
कितने में शुरू होगी यूनिट: केंद्र सरकार की उद्यमी मित्र योजना के तहत, अगर आप अपनी यूनिट लगाने के लिए लैंड और बिल्डिंग परचेज करते हैं तो आपको लगभग 32 लाख रुपए इस पर खर्च करने होंगे. हालांकि आप किराये की बिल्डिंग में भी यह यूनिट लगा सकते हैं.
मशीनरी का खर्च: आपको प्लांट एंड मशीनरी पर 14.65 लाख रुपए का खर्च करना होगा. अन्य एसेट के नाम पर 3 लाख, पीएंडपी एक्सपेंस पर 2.15 लाख रुपए, कंटीजैंस पर 4.67 लाख रुपए और वर्किंग कैपिटल मार्जिन के तौर 91.64 लाख रुपए यानी कुल 1 करोड़ 48 लाख रुपए की प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनानी होगी. वर्किंग कैपिटल में रॉ-मैटिरियल भी शामिल होगा.
प्रोजेक्ट प्रोफाइल के मुताबिक, पहले साल में आपको 1 लाख 76 हजार रुपए का कुल प्रॉफिट हो सकता है. दूसरे साल में आपको 6 लाख 7 हजार रुपए का और उसके अगले साल बढ़कर 10 लाख 78 हजार रुपए तक का प्रॉफिट हो सकता है. चौथे साल में यह 12 लाख 17 हजार और पांचवें साल में 13 लाख 56 हजार रुपए का प्रॉफिट हो सकता है.
इतना होगा प्रॉफिट: प्रोजेक्ट प्रोफाइल के मुताबिक, पहले साल में आपको 1 लाख 76 हजार रुपए का कुल प्रॉफिट हो सकता है. दूसरे साल में आपको 6 लाख 7 हजार रुपए का और उसके अगले साल बढ़कर 10 लाख 78 हजार रुपए तक का प्रॉफिट हो सकता है. चौथे साल में यह 12 लाख 17 हजार और पांचवें साल में 13 लाख 56 हजार रुपए का प्रॉफिट हो सकता है.
कितना मिलेगा लोन: उद्यमी मित्र के मुताबिक आपको प्रोजेक्ट कॉस्ट में से लगभग 1 करोड़ 3 लाख रुपए का लोन मिल सकता है. आपको खुद लगभग 45 लाख रुपए का इंतजाम करना पड़ सकता है. कितना मिलेगा लोन: उद्यमी मित्र के मुताबिक आपको प्रोजेक्ट कॉस्ट में से लगभग 1 करोड़ 3 लाख रुपए का लोन मिल सकता है. आपको खुद लगभग 45 लाख रुपए का इंतजाम करना पड़ सकता है.