हमारे देश में लोग अध्यात्म पर करते रखते हैं और उसके अनुसार अपने जीवन को ढालने की कोशिश करते हैं. अध्यात्म और परम पिता परमेश्वर तक पहुंचने वाले गुरुओं पर लोगों की गहरी आस्था और विश्वास है. हमारी संस्कृति में गुरु को ईश्वर से ऊपर दर्जा दिया गया है क्योंकि आत्मा से परमात्मा का मिलन कराने में गुरु की सबसे बड़ी भूमिका है.
भारत की धरती एक से बढ़कर एक महान गुरुओं की जननी रही है जिन्होंने समस्त मानव जाति का कल्याण किया. लेकिन पिछले कई समय से पाखंडी, फर्जी और षड्यंत्रकारी गुरुओं के कई मामले सामने आए हैं. आसराम बापू और राम रहीम समेत कई ऐसे बाबा हैं जिनका नाम रेप, हत्या और यौन शोषण के मामले में शामिल होने की वजह से सुर्खियों में छाया रहा.
ताजा मामला खुद को ज्योतिषि बताने वाले आशु महाराज उर्फ आसिफ मोहम्मद खान का है. आशु महाराज को पुलिस ने एक महिला और उसकी नाबालिग बेटी के साथ दिल्ली स्थित अपने आश्रम में बलात्कार करने के आरोप में हाल ही में गिरफ्तार किया है. आशु महाराज का असली नाम आसिफ मोहम्मद है और शुरुआत में वह पंचर बनाने का काम करता था. बहुत कम लोग यह जानते हैं कि बलात्कार का आरोपी आशु महाराज हिन्दू नहीं बल्कि मुस्लिम है.
पुलिस पूछताछ में उसने यह बताया कि मुस्लिम धर्मगुरु बनने पर उसे उतने पैसे नहीं मिल सकते थे जितने हिन्दू धर्मगुरु बनने पर मिलते. आशु नाम रखते ही उसका ज्योतिष का धंधा चल निकला. आपको बता दें कि उसका दिल्ली के पॉश इलाके हॉजखास में एक आश्रम है. कहा जाता है कि वह हाथ देखने के एवज में 25 हजार रुपये फीस लेता था