प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2जी घोटाले में जांच के लिये पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ती चिदंबरम को सम्मन जारी किया है। ये जांच एयरसेल-मैक्सिस मामले में मनीलांड्रिंग के सिलसिले में की जा रही है। ईडी अधिकारियों ने बताया कि कार्ती को नोटिस जारी किया गया है, कि वह व्यक्तिगत रूप से या अधिकृत प्रतिनिधि के जरिए उपस्थित हों। और फर्म से संबंधित दस्तावेज इस सप्ताह पेश करें।
दूसरी तरफ़ सूत्रों की मानें तो कार्ती ने नोटिस मिलने के बाद उसका पालन करने के लिए ईडी से और समय की मांग की है। जिस पर एजेंसी ने इस महीने के पहले पखवाड़े के अंदर दस्तावेज सौंपने के लिए उन्हें वक्त दे दिया है।
यह पहला मौका है जब कार्ती को ऐसे मामले में नोटिस जारी किया गया है, जिसकी जांच साल भर से अधिक समय से चल रही है। यह जांच एडवांटेज स्ट्रैटजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड और चेस ग्लोबल एडवाइजरी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ी है। कार्ती इसके निदेशक रहे हैं। इसके अलावा कुछ अन्य कंपनियां भी हैं। इससे पहले जांच एजेंसी ने आयकर विभाग के साथ चेन्नई में चेस ग्लोबल फर्म के व्यापारिक परिसरों में पिछले साल दिसंबर में कार्ती की मौजूदगी में तलाशी और जब्ती अभियान चलाया था।
कार्ती ने जहां किसी भी गड़बड़ी से इंकार किया है और जांच एजेंसियों के साथ सहयोग की बात दोहराई है।
जांच एजेंसी ने मामले में और अधिक ब्योरा हासिल करने के लिए सिंगापुर, मलेशिया और कुछ अन्य देशों को न्यायिक अनुरोध पत्र भी भेजा है।
गौरतलब है कि एयरसेल मैक्सिस सौदे की जांच ईडी और सीबीआई दोनों ही कर रही है तथा यह मामला टूजी घोटाला मामले में संपूर्ण जांच का हिस्सा है। जांच एजेंसी ने इस मामले में एक आरोपपत्र भी दाखिल किया था और पूर्व संचार मंत्री दयानिधि मारन, उनके भाई कलानिधि, उनकी पत्नी कावेरी कलानिधि तथा कुछ अन्य लोगों और दो कंपनियों को नामजद किया था।